NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 6 - Spiti me Baarish


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Access NCERT Solutions for Class-11 Hindi Chapter 6 - स्पीती में बारिश

प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ

11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ: 1

1. इतिहास में स्पीति का वर्णन नहीं मिलता| क्यों? 

उत्तर: इतिहास में स्पीति का वर्णन नहीं मिलता क्योंकि स्पीति की विषम भौगोलिक- परिस्थिति, ऊँचे दर्रे और कठिन रास्ते यहाँ पर पहुँच को दुर्गम बनाते हैं एवं परिवहन व संचार के साधनों की पहुँच में बाधा उत्पन्न करते हैं| इस तरह, यह क्षेत्र अन्य स्थानों से भिन्न एक वीरान और निर्जन क्षेत्र के रूप में अलग- थलग पड़ा रहता है जिसका किसी -से कोई मेल- जोल नहीं| इसीलिए, इतिहास में भी इस स्थान का कोई ज़िक्र नहीं मिलता| 


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ: 2

2. स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए किन कठिनाइयों का सामना करते हैं? 

उत्तर: स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करते हैं| उन्हें हर एक छोटी-से- छोटी चीज़ के लिए संघर्ष करना पड़ता है| यहाँ तक कि पानी के लिए भी वहाँ पर सिर्फ़ एक ही स्रोत है - स्पीति नदी| उससे भी सिंचाई आदि कार्य नहीं हो सकता क्योंकि वह अधिक छिछली है| फिर सिंचाई आदि का कार्य पहाड़ों पर बनी नालियों द्वारा किसी तरह किया जाता है| इसी सब समस्या के कारण स्पीति में पूरे वर्ष में, सिर्फ़ एक ही बार फसल उगाई जाती है | फसलों में भी सिर्फ़ दो ही फसल उगाई जाती है- जौ और गेंहूँ| सब्जियों में भी सिर्फ़ दो ही विकल्प वहाँ मिलते हैं- मटर और सरसो| इस तरह, सिर्फ़ इन्हीं चार फसलों के सहारे पूरा जीवनयापन करते हैं| इसके अलावा, न तो वहाँ कोई फल के पेड़ हैं और न ही किसी भी अन्य तरह की हरियाली| सिर्फ़ हज़ारों- हज़ार फीट ऊंचे सपाट, निर्जन, शांत पहाड़ दिखाई देते हैं, जिस पर 8-9 महीने बर्फ़ पड़ती है यानि शीत ऋतु रहती है और तापमान क़रीब 8°C रहता है| ऐसी ठंड से लोग कांपते रहते हैं पर कोई लकड़ी भी नहीं रहती जिसे जलाकर ख़ुद को गर्म कर सकें| इसके अलावा, रोजगार, परिवहन व संचार की कोई सुविधा नहीं है|

इस तरह, स्पीति के लोग जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष करते हैं|


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ: 3

3. लेखक माने श्रेणी का नाम बौद्धों के माने मंत्र के नाम पर करने के पक्ष में क्यों है? 

उत्तर: लेखक माने श्रेणी का नाम बौद्धों के माने मंत्र यथा- 'ओं मणि पद्मेश हुं', के नाम पर करने के पक्ष में है क्योंकि स्पीति के दक्षिण में स्थित इस माने श्रेणी पर इस माने मंत्र का बहुत जाप हुआ है| बूढ़े लामाओं के बौद्ध- साधना का यह प्रमुख स्थान था| इसलिए यहाँ दिन- रात माने मंत्र का जाप होता रहता था| शायद इसी से, आज भी उस माने श्रेणी पर भी करुणा, आर्तनाद व शांति क़ायम है , जैसी माने मंत्र के उच्चारण से पैदा होती थी| इसलिए लेखक यह अनुमान लगाता है कि शायद इसी आधार पर इस श्रेणी का नाम माने पड़ा होगा।


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ:4

4. ये  माने की चोटियां बूढ़े लामाओं के जाप से उदास हो गई हैं- इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने  युवा वर्ग से किया आग्रह किया है? 

उत्तर: लेखक का मानना है कि माने की चोटियां बूढ़े लामाओं के माने- मंत्र के जाप से एकदम उदास , करुणा व आर्तनाद से भरी हुई निर्जन व शांत पड़ी हैं| इसलिए लेखक युवा-वर्ग से आग्रह करता है कि वे यहां पर आए और अपने उत्साह उमंग व किलोल से इन माने की पहाड़ियों में उल्लास, उमंग व चंचलता भरें ताकि यहाँ भी सदियों से शांत , स्थिर और नीरस पड़े माहौल में कुछ जीवन जग सके| 


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ: 5

5. वर्षा यहां एक घटना है, एक सुखद संयोग है- लेखक ने ऐसा क्यों कहा है? 

उत्तर: स्पीति में वर्षा एक घटना है, एक सुखद संयोग है क्योंकि वहां पर वर्षा कभी-कभी ही होती है |  ऊंचाई अधिक होने के कारण मानसून यहाँ तक नहीं पहुंच पाता और बारिश नहीं होती|  स्पीति में मुख्यतः दो ही ऋतुएँ हैं, जिसमें से 8-9 महीने शीत ऋतु ही होती है| बाकी तीन चार महीने बसंत ऋतु होती है परंतु बसंत में भी औसत तापमान 12°C ही रहता है|  इस तरह स्पीति में बारिश कभी-कभी ही, किसी संयोग से ही होती है| चूंकि भारतवर्ष में वर्षा एक सुखद घटना मानी जाती है एवं इससे बहुत सारी ख़ुशी, समृद्धि और बरक्कत होनी मानी जाती है| इसलिए स्पीति में भी जब कभी भी बारिश होती है तो लेखक इसे एक घटना व सुखद संयोग कहता है|


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के साथ: 6

6. स्पीति अन्य पर्वतीय स्थलों से किस प्रकार भिन्न है? 

उत्तर: हिमाचल प्रदेश के उत्तरी छोर पर स्थित स्पीति अन्य पर्वतीय- स्थलों से अनेक मायनों में भिन्न है| ज़्यादातर पर्वतीय स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र होते हैं| इन स्थलों की प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली, ख़ूबसूरत वादियाँ और विभिन्न मनोरंजन के साधन पर्यटकों के लिए बहुत पसंदीदा स्थान होता है| परंतु स्पीति में न तो कोई हरियाली है, न पेड़- पौधे हैं, न फूल हैं, न सुहाना मौसम है और न ही ख़ूबसूरत वादियाँ हैं| यहाँ न ही अन्य मनोरंजन के साधन हैं| यहाँ तो सिर्फ़ औसतन 13000 फ़ीट ऊंचे- ऊंचे शिखर हैं , जो सूखे, नीरस और वीरान वातावरण से घिरे हैं| ज़्यादातर महीने शूल- सी चुभने वाली औसतन 8°C की ठंड वहाँ व्याप्त है| यहाँ न पानी की पर्याप्त सुविधा है न अन्य मूलभूत सुविधाएं हैं| यह क्षेत्र अपनी भौगोलिक विषमताओं के कारण बाकी देश से इतना कटा हुआ है कि सरकारी सहयोग भी यहाँ तक नहीं पहुंच पाता| इस तरह अन्य पर्वतीय स्थलों की तुलना में यह क्षेत्र बहुत भिन्न है|


प्रश्न- अभ्यास- पाठ के आस- पास

11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के आसपास: 1

7. स्पीति में बारिश का वर्णन एक अलग तरीके से किया गया है| अपने यहाँ होने वाली बारिश का वर्णन कीजिये|

उत्तर: हमारे यहां वर्षा ऋतु एक महत्वपूर्ण ऋतु है| यह लगभग जून से सितंबर तक मानी जाती  है| हमारे यहां बारिश होने से पहले ही अंदाजा लग जाता है कि बारिश होने वाली है| बादल काले -काले रंग के हो जाते हैं, वे ह उमड़ने- घुमड़ने लगते हैं , उनमें तेज़ गड़गड़ाहट होती है ,बिजली चमकती है और फिर बारिश शुरू हो जाती है | इससे गर्मी से तपती धरती व बेहाल जनजीवन को बड़ी राहत मिलती है| मौसम सुहाना हो जाता है और जैसे हर तरफ़ सब कुछ नया, सुंदर, हरा- भरा और ताजा लगने लगता है| सभी फसलें, पेड़- पौधे, पशु- पक्षी आदि सभी में जैसे एक प्राण आ जाता है| बारिश में बच्चे भी बहुत मज़े से खेलते हैं, भीगते हैं और दरअसल जैसे हर तरफ एक ख़ुशी का माहौल छा जाता है| इस तरह हमारे यहाँ वर्षा बहुत ही पावन ऋतु मानी जाती है|


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के आसपास: 2

8. स्पीति के लोगों और मैदानी भागों में रहने वाले लोगों के जीवन की तुलना कीजिये| किनका जीवन आपको ज़्यादा अच्छा लगता है और क्यों? 

उत्तर: स्पीति के लोगों और मैदानी भागों में रहने वाले लोगों के जीवन में काफ़ी अंतर है| एक तो स्पीति बहुत ऊंचे स्थान पर मध्य हिमालय पर स्थित है जिसे चारो ओर से हज़ारो फ़ीट ऊंचे पर्वत घेरे हुए हैं| वहाँ मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, भोजन, लकड़ी आदि भी बहुत मुश्किल से उपलब्ध होता है | वहाँ का जीवन बहुत ही अभावमयी व कठिन है| सिर्फ़ 4 व्यक्ति प्रति किमी० रहता है| इस तरह न वहाँ लोगों में बहुत मेलजोल है और न ही कोई गति नज़र आती है| सिर्फ़ चारो ओर नीरसता, शांति और एक उदासी नज़र आती है| वहाँ के लोग सिर्फ़ गेंहू, जौ, मटर और सरसो की खेती करते हैं और साल भर में सिर्फ़ एक ही बार फ़सल उगाते है एवं उसी में किसी तरह पेट पालते है| वहाँ के लोग बारहों महीने गर्म कपड़े पहनते हैं क्योंकि तापमान हमेशा बहुत कम रहता है| इसकी तुलना में, मैदानी क्षेत्र में पानी की पर्याप्त सुविधा है, मृदा बहुत उपजाऊ है | इसलिए लगभग सभी प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं| समतल भूमि है, इसलिए परिवहन, संचार आदि सुविधाओं की पहुँच आसान है| इन्हीं सब कारणों से आबादी भी बहुत सघन है| हर तरफ़ एक जीवन नज़र आता है| यहाँ के लोगों को मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता| यहाँ के लोग हर ऋतु का आनंद उठाते हैं| इस तरह मैदानी क्षेत्रों का जीवन सरल, सुगम और सुखमय है जबकि स्पीति का जीवन बहुत कठिन, संघर्षमय और अकेलापन वाला है|

मुझे मैदानी क्षेत्र का जीवन अधिक पसंद है क्योंकि यहाँ पर जीवन जीना बहुत आसान और सरल लगता है, लोगों में बहुत मेलजोल और अपनापन रहता है जिससे बहुत आनंद मिलता है| साथ ही, सभी ऋतुएँ, त्योहार, विविध भोजन, विभिन्न नदियाँ, पेड़- पौधे, फूल आदि जीवन में एक आकर्षण उत्पन्न करते हैं| इस तरह, यहाँ पर हम जीवन के बड़े उद्देश्य की ओर बढ़ सकते हैं और एक ख़ूबसूरत भविष्य का निर्माण कर सकते हैं|


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के आसपास: 3

9. स्पीति में बारिश एक यात्रा- वृत्तांत है| इसमें यात्रा के दौरान किए गए अनुभवों, यात्रा- स्थल से जुड़ी विभिन्न जानकारियों का बारीक़ी से वर्णन किया गया है| आप भी अपनी किसी यात्रा का वर्णन लगभग 200 शब्दों में कीजिये|

उत्तर: गर्मी की छुट्टियों में हम पूरे परिवार के साथ विंध्याचल माता के दर्शन करने गए थे| यह मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में पड़ता है| इस मंदिर के साथ यह मान्यता जुड़ी है कि भक्त को पहले चौकिया माता के दर्शन कर लेना चाहिए और इसके बाद ही विंध्याचल माता का दर्शन करना चाहिए, तभी मन्नत पूरी होती है अन्यथा मन्नत पूरी नहीं होती| इसीलिए पहले हम चौकिया माता के दर्शन किए| इनका मंदिर यूपी के जौनपुर जिले में स्थित है| पहले हम सड़क के माध्यम से चौकिया माता के दर्शन किए| उसके बाद हम रास्ते में एक ढाबे पर रुक कर खाना खाये| फिर हम विंध्याचल की ओर रवाना हुए| सभी बहुत मस्ती करते हुए मिर्जापुर जिले में दाखिल हुए| मिर्जापुर प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है| शायद यूपी का वही एक जिला है, जहाँ पर्वतीय स्थलाकृति देखने को मिलती है| वहाँ खूबसूरत हरे- भरे पहाड़ सड़कों को घेरे हुए हैं| बीच- बीच में झरने कल- कल- कल करते हुए ऊपर से नीचे आते हुए , बड़े- बड़े पत्थरों के बीच से बहते हुए दिख जाते हैं| इस तरह हम खूबसूरत मौसम और सुंदर वादियों का आनंद उठाते हुए विंध्याचल पहुँचे| वहाँ भक्तों के जमावड़े के बीच से हम भी रास्ता बनाते हुए किसी तरह दर्शन किये| फिर हमने मेला से कुछ ख़रीददारी भी की| फिर खाना खाकर वहाँ से रवाना हुए| इस तरह हमारी ये यात्रा बहुत सफ़ल रही|


11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- पाठ के आसपास: 4

10. लेखक ने स्पीति की यात्रा लगभग तीस वर्ष पहले की थी| इन तीस वर्षों में क्या स्पीति में कुछ परिवर्तन आया है? जानें, सोचें और लिखें|

उत्तर: तीस वर्षों में स्पीति में कुछ परिवर्तन अवश्य आया है परन्तु विषम भौगोलिक प्राकृतिक परिस्थितियों के कारण ज़्यादातर विकास- कार्यों में बाधा पहुंचती है| इसलिए कुछ अधिक विकास कार्य संभव नहीं हो सका| हालांकि अपने स्तर पर सरकार व यहाँ के लोगों द्वारा भी पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है| इंटरनेट के दौर में, हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा इस स्थान के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बाक़ायदा एक वेबसाइट बनाई गई है| जिस पर प्रमुख पर्यटन- स्थलों की सूची दी गई है और टूरिस्ट- गाइड, परिवहन आदि के बारे में बताया गया है ताकि पर्यटकों को कोई परेशानी न हो| परंतु तमाम प्रयासों के बावज़ूद भी स्पीति आज भी भारत का चौथा सबसे कम जनसंख्या वाला स्थान है|


प्रश्न- अभ्यास- भाषा की बात

11:1:6: प्रश्न- अभ्यास- भाषा की बात:1

1. पाठ में से दिए गए अनुच्छेद में क्योंकि, और , बल्कि ,जैसे ही ,वैसे ही ,मानो, ऐसे ,शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे दोबारा लिखिए-

लैंप की लौ तेज़ की | खिड़की का एक पल्ला खोला  तो तेज़ हवा का झोंका मुंह और हाथ को जैसे छीलने लगा| मैंने पल्ला भिड़ा दिया| उसकी आड़ में देखने लगा| देखा कि बारिश हो रही थी| मैं उसे देख नहीं रहा था |सुन रहा था |अंधेरा ,ठंड और हवा का झोंका आ रहा था | जैसे बरफ़ का अंश लिए तुषार जैसी बूंदे पड़ रही थीं|

उत्तर: लैंप की लौ तेज़ की और जैसे ही खिड़की का एक पल्ला खोला तो तेज़ हवा का झोंका मुंह और हाथ को जैसे छीलने लगा| मैंने पल्ला भिड़ा दिया और उसकी आड़ में देखने लगा| देखा कि बारिश हो रही थी| मैं उसे देख नहीं रहा था बल्कि सुन रहा था क्योंकि अंधेरा , ठंड और हवा का झोंका जैसे बरफ़ का अंश लिए तुषार जैसी बूंदों के रूप में आ रहा था।


NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 6 Spiti me Baarish

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Chapter 6 – Spiti Mein Barish

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 6

Introduction

Kirshnanath was born in Varanasi, Uttar Pradesh in 1934 and passed away in 2016. He had a multifaceted personality. He did his masters in Economics from Kashi Hindu Vishwavidyalaya. 

After his education, he was drawn towards social movements and Buddhist preachings. He had a good hold on both English and Hindi languages and has also been involved with journalism. He was part of the editor’s group for the Hindi magazine, Kalpana. He also did the editing of the English magazine Mankind. 

While juggling between politics, studies, and journalism, his interest took him towards learning Buddhist culture. He was involved with the great philosopher J.Krishnamurti when Mr. Krishnamurthi was contemplating on various aspects of Buddhism with Buddhist scholars.

Spiti Mein Barish is an account of a journey. Spiti is situated in the middle of the Himachal state. This hill station is unique and different from other hill stations owing to its geographical and natural specialties. The writer has described the people of Spiti along with its seasons, crops, climate, and geography. All of them are interconnected. It also gives an account of the difficulty of people who stay in this inaccessible part of Himachal.


Spiti Mein Barish

Spiti is one of the most beautiful hill stations in India but it is somewhat difficult to get to this place. There is a lack of means of transport within the town as well. People of this place are practically cut off from the rest of the world, and it is impossible to visit it in winter.

Spiti is a township in the Lahaul region of Himachal Pradesh. It has been independent of the ancient Indian era until the Britishers rule. The population of Spiti is very less, with less than 4 people per mile. During the times of Britishers, Spiti was ruled by nono. These nonos worked under the assistant commissioner of Kullu. The administrative importance of this position was equal to that of a second-grade magistrate.

Further, the writer mentions that in 1873, the Spiti regulation was passed under which Lahaul and Spiti received a special status. The other rules and regulations of British India did not apply to Spiti. The administration was given in the hands of nono who decided on small criminal offenses. The other more severe crimes were passed on to the magistrate. Spiti is situated at a latitude of 31.42 and 32.59 degrees North and a longitude of 77.26 and 78.42 degrees East. 

The writer is not surprised at the sparsity of the population in Spiti, but rather he is shocked how come even a small number of people are surviving in this place. He cannot fathom why they decided to stay in a place where there is no wood to burn in chilling winters. He says that people staying in such a place is beyond the logical realm. 

The mountains of Spiti are taller and more magnificent than those in Lahaul. Spiti is situated at an altitude of 13000 feet above sea-level, and people still prefer to stay here because of the beauty of its hills. The writer wants people to leave the plains and come to the hills and first dissolve all their pride and then dissolve the pride of the great mountain ranges. This will offer them a sense of pride which is a must for brave youthful people. He wants our hot-blooded youth to come here and invite them so that their hot blood can melt some ice of Spiti.

Spiti is covered in snow for 8 to 9 months, and rain is a pleasant coincidence that happened during the writer’s visit. Spiti’s people acknowledge the writer’s visit as an auspicious one since it rained after a very long time when the writer came to Spiti.


Key Features of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 6

Hindi is a beautiful language, and if you learn Hindi from teachers who have done extensive research on it, you get to learn the language in its true light. The CoolGyan experts have strived to prepare the answers in an easily understandable manner in Spiti Mein Barish Class 11 NCERT Solutions. The main reasons why students should refer to these solutions are as follows.

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FAQs (Frequently Asked Questions)

1. There is no mention of Spiti in India’s history. What could be the reason?

There is no mention of Spiti in history because the geography and climate of Spiti are complicated to make living possible there. It hardly rains in this township, and the place is covered in snow for 8 to 9 months. There is a shortage of means of transportation too. To feature in history, a place needs to have minimum facilities for people to visit and mention it in their tales, which is severely lacking in Spiti.

2. Why did people of Spiti feel that the writer’s visit to Spiti was auspicious?

Rain is a pleasant coincidence in Spiti, and people of Spiti rarely get to experience rain. When the writer visited, it rained in Spiti, and that is why people of Spiti felt that the writer brought the rain along with him.

3. How has the writer described Spiti in the chapter?

Spiti is one of the less-visited and most beautiful hill stations. Most of the people are unable to reach this place due to lack of transportation, which is also a problem in the town. During winters, people cannot get in. A simplified NCERT solution of Class 11 Hindi covering every detail is provided on the official website of CoolGyan (CoolGyan.org). These solutions are provided by the subject matter experts and follow the CBSE Board.

4. Who ruled Spiti during British time?

Spiti is a locality in Himachal Pradesh’s Lahaul region. Spiti was ruled by the nono during the British time when the ancient Indian era ended. The nono used to work under the Kullu administration officer. The administrative significance of the position was as good as the magistrate of the second grade. CoolGyan offers analysed solutions offered by expert teachers where they design the solutions in such a way that it follows the CBSE Guidelines.

5. Why was the writer shocked?

The writer is not surprised by the decreased population of Spiti. Instead, he is shocked about the people who live in Spiti and their survival. Spiti was even passed under the special status where they did not follow the rules and regulations set forth by British-India. In Spiti, there was no wood to burn to feel warm during the winters. Every detail of the chapter is provided on the official website of CoolGyan (CoolGyan.org). 

6. Why do people still prefer to stay at Spiti?

Even though Spiti is located at an altitude of 13000 feet above sea level, the people still prefer to stay because of its beautiful view and calmness. Spiti happens to be covered by snow for 8 to 9 months. The taller mountains of Spiti are said to be more magnificent than the ones in Lahaul.  For more, you can visit CoolGyan’s official website where a complete explanation is provided by the subject matter experts for Class 11 Chapter 6 Hindi. All the study material can also be accessed from the CoolGyan app.

7. How was Spiti during the writer's visit?

For 8 to 9 months, Spiti will be covered with snow. When the writer went to visit, a pleasant rain occurred. As it hardly rains in Spiti, the writer calls his visit an auspicious coincidence. The taller mountains of Spiti are said to be more magnificent than the ones in Lahaul. However, the writer was shocked as to why the people preferred to stay and survive in this region. For more in-depth and simplified solutions, refer to CoolGyan’s NCERT Solutions for Class 11 Hindi.